अमायरा दस्तूर निश्चित रूप से बॉलीवुड में चार फिल्मों और दो साउथ फिल्मों के बीच लगातार भाग दौड़ कर रही हैं. सभी इसी साल रिलीज होंगी.
राजकुमार राव और कंगना रनौत की मेंटल है क्या जुलाई में रिलीज़ होने के साथ, अमायरा की तीन अन्य फि़ल्मों की भी कतार है, जिनमें मेड इन चाइना राजकुमार राव और बोमन ईरानी के साथ, प्रस्थानम संजय दत्त और अली फज़़ल और टी-सीरीज़ की कोई जाना नहीं शामिल हैं. हालांकि उनकी प्लेट पर इतना कुछ है इसलिए अभिनेत्री और कड़ी मेहनत करने के साथ और अपने कला को और बेहतर बनाने बनाने में जुटी हुई हैं. अपने किरदार और परफॉरमेंस में और अधिक सत्यता जोडऩे के लिए अमायरा ने तमिल सीखने का फैसला किया है. अपनी आने वाली फिल्मों के लिए डब करने में सक्षम होने के लिए, अमायरा तमिल सीखने के लिए ट्यूशन ले रही हैं. प्रभुदेवा के साथ अमायारा की ये फिल्म एक सायकोलॉजिकल थ्रिलर है. इस फिल्म में वे एक साथ बिल्कुल नए अवतार में दिखेंगे. अमायरा, आदिक रविचंद्रन के निर्देशन में अपनी भूमिका के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं, और उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उन्हें किरदार में आने के लिए बहुत कुछ पढऩा पड़ता है. इसलिए वे हर एक बात को सुनिश्चित करती हैं ताकि सब कुछ सही हो. तमिल फिल्म इंडस्ट्री में 2015 में धनुष की फिल्म एनेगन से डेब्यू के लिए काफी वाह वाही बटोरने के बाद अमायरा, अपनी दूसरी तमिल फिल्म के साथ दर्शकों और क्रिटिक्स को फिर से प्रभावित करना चाहती हैं. अमायरा कहती हैं कि मैं जिस किरदार को निभा रही हूं, मैं वास्तव में इस किरदार के लिए डब भी करना चाहती हूं क्योंकि मुझे लगता है कि यह मेरे प्रदर्शन को बढ़ाएगा, जिसे हासिल करने के लिए मैंने इतनी मेहनत की है. थ्रिलर फिल्म बनाते समय अतिरिक्त सावधानी और सही भावनाओं का होना जरुरी है क्योंकि उस फिल्म को देखने वाले दर्शकों को विश्वास करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि तमिल सीखने के फायदे यह होंगे कि मैं अपने प्रमोशन के दौरान इसका इस्तेमाल कर सकुंगी और वास्तव में समझ सकुंगी कि मेरे आसपास के लोगों से लगातार अनुवाद करने के लिए कहने के बजाय मुझे क्या कहा जा रहा है. यह मैं आसानी से समझ जाउंगी. उन्होंने कहा कि एक्टर्स अपने प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए बहुत कुछ करते हैं और मेरा यह प्रयास सक्सेस की दिशा में एक छोटा कदम है.